छत्तीसगढ़ शासन द्वारा शासकीय अस्पताल जैसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जिला चिकित्सालय, सिविल अस्पताल के लिए नए भवनों का निर्माण या वर्तमान भवनों का उन्नयन किया जाता है। चिकित्सकीय भवनों का निर्माण अन्य भवनों से पृथक होता है। अस्पतालों में दवा, वैक्सीन, कंसुमाबल के भंडारण के लिए कड़े मापदंड होते हैं। इनका पालन सुनिश्चित न होने से दवाओं की गुणवत्ता प्रभावित होती है और दवाएं अपना असर खो देती है। ऐसा होने से चिकित्सा अपना अंतिम उद्देश्य- रोगियों का स्वास्थ्य लाभ , तक पहुंचने में विफल हो सकती है और शासन की छवि ख़राब हो सकती है। शासकीय अस्पतालों में स्टोर (भंडारण) के लिए उपयुक्त व्यवस्था नहीं है। दवाएं एवम् अन्य चिकित्सकीय सामग्रियों के भंडारण की उपेक्षा की जा रही है। जिस प्रकार चिकित्सक कक्ष, प्रसूति कक्ष, वार्ड, फार्मेसी का मापदंडों का पालन कर निर्माण किया जाता है, भंडारण के लिए भी अनुकूल कक्ष चाहिए। यदि मापदंडों की चर्चा करें तो कुछ दवाओं के लिए ० से ४, ४ से ११ डिग्री, २६ डिग्री तापमान का संधारण करना पड़ता है। दवाओं के डिब्बों को जमीन से दो फीट ऊपर और दीवालों से दो फीट दूर करके भंडारण करना पड़ता है। प्रदेश के हर अस्पताल में भंडारण को महत्व दिए जाने की आश्यकता है।