छ.ग. प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के द्वारा समय-समय पर शासन से अनुरोध करते हुए ध्यान आकृष्ट कराया गया है कि समस्त सामुदायिक स्वा. केन्द्रों में लगातार मरीजों की संख्या के निरंतर बढ़ोत्तरी हो रही है, जिसके कारण लेब टेस्ट की संख्या में भी बढ़ोत्तरी हो रही है। लेब किसी भी हास्पीटल का रीढ होता है क्योकि रिपोर्ट के आधार पर ही ईलाज प्रांरभ किया जाता है, समस्त सामुदायिक स्वा. केन्द्रों में सी.बी.सी./सेल काउंटर मशीन व अन्य सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की गई है , उन्नत तकनीक होने से मरीजो को रिपोर्ट जल्द उपलब्ध होगा एवं इलाज शीघ्र प्रारंभ हो जायेगा। इसी प्रकार लेब हेतु पर्याप्त स्टाफ की संख्या बढ़ाते हूए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रो मे कम से कम तीन मेडिकल लेब टेक्नालाजिस्ट का पद स्वीकृत कर पदस्थापना किया जाये ताकि लेब संबंधी एवं लेब रिर्पोटिग का कार्य सुचारू रूप से चल सके, लेब मे लेब असिस्टेंट व सफाई कर्मचारी की पदस्थापना हेतु कुछ प्रमुख मुद्दाओ को लेकर माननीय मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, छ ग शासन, प्रमुख सचिव, सचिव, स्वास्थ्य महोदय को पत्राचार कर अवगत कराया गया है जो निम्नानुसार है :-

फ्री डायग्नोस्टीक स्कीम के अंतर्गत छ.ग. राज्य के जिला अस्पताल, सिविल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में पैथोलाॅजी लेब टेली रेडियोलाॅजी (एक्सरे का डिजिटलाईजेशन) एवं सीटी स्क्रीन सेवाओं के संचालन हेतु निजी कंपनी को टेण्डर के माध्यम से दिया जा रहा है, महोदय जी अधिकांश लेब सुविधाओं हेतु निजी कंपनी से अनुबंध किया जा रहा है, उसमें से अधिकांश लेब व एक्सरे जांच सुविधा स्वास्थ्य संस्थाओं में उपलब्ध है वहां मशीने उपकरण, व रिएजेन्ट विभाग द्वारा उपलब्ध नहीं कराया जाता, यदि विभाग द्वारा वांछित उपकरण व रिएजेन्ट उपलब्ध कराया जाता है। तो जांच सुविधा आसानी से कम खर्च पर प्रारंभ हो सकता है, नियमित रूप से उपकरण की खरीदी व रिएजेन्ट की उपलब्धता सुनिश्चित किया जाता है तो इससे राज्य पर पडने वाले अनावश्यक व्यय से बचा जा सकता है।

संघ के महामंत्री एस पी देवांगन ने बताया की स्ंघ के मांगों को ध्यान में रखते हुए राज्य शासन की महत्वकांक्षी परियोजना हमर लेब के परिचालन हेतु संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं द्वारा सी.जी.एम.सी. के माध्यम से व्यापक मात्रा में लगातार लेब टेस्ट उपकरण एवं रिएजेन्ट स्वास्थ्य केन्द्रों में जिला अस्पताल, सिविल अस्पताल, सामुदायिक स्वा. केन्द्र प्राथमिक स्वा. केन्द्र एवं (एफ.आर.यू.) में स्वास्थ्य परीक्षण हेतु 10 लेब उपकरण एवं 200 प्रकार के रिएजेन्ट भेजे गये है जिसकी मांग इतनी व्यापक मात्रा मे उपरोक्त संस्थाओं से नहीं की गई थी।
स्वास्थ्य विभाग के उच्च्धिकारियों के निर्देश पर इन उपकरणों एवं रिएजेन्ट को विभिन्न स्वास्थ्य केन्द्रों में रखा गया परन्तु पर्याप्त संस्था में फ्रीज आदि न्यूनतम तापमान पर रिएजेन्ट को संधारित करने की सुविधा स्वास्थ्य केन्द्रों में नहीं थी, और ना ही किसी प्रकार की रिफे्रशर टेªनिंग प्रदान की गई। स्वा. केन्द्रों में उपरोक्त टेस्ट के उपकरणों एवं रिएजेन्ट उपयोग के संचालन के लिए आवश्यक अधोसंरचना एवं स्टोरेज हेतु फ्रिज, एसी कमरों का अभाव है जिसमें अधिकांश रिएजेन्ट (एक्सपायर) खराब हो गये है जहां विशेषज्ञ पैथोलाॅजिस्ट/चिकित्सक/लेब टेक्नोलाॅजिस्ट नहीं है वहां भी उपकरण एवं रिएजेन्ट भेजे गये है।
स्वास्थ्य केन्द्रों में कुछ सामान्य टेस्ट ही संचालित हो रहे है, उनकी संख्या भी सामुदायिक स्वा. केन्द्र/प्राथ. स्वा. केन्द्र स्तर पर अत्यंत कम है। उच्च प्रकार के टेस्ट हेतु थ्ववजंिसस ध् ज्मेजसवंक अत्यंत कम है क्योंकि उच्च प्रकार के टेस्ट हेतु विषय विशेषज्ञ (¼Specialist / Super Specialist ) के Prescription की आवश्यकता होती है। सभी स्वा. संस्थाओं में आवश्यक मुलभूत सुविधा अधोसंरचना ]विकास एसी कमरे] रिफे्रजरेटर की पर्याप्त संख्या, मानव संसाधन मेडिकल लेब टेक्नाykजिस्ट/लेब अटेन्डेंट/स्पेशलिस्ट चिकित्सक का प्रिसक्रिप्सन आदि सुविधा शीघ्र उपलब्ध कराया जावे। सभी रिएजेन्ट की उपयोगिता सुनिश्चित हो एवं ( एक्सपायरी ) खराब रिएजेन्ट को वापिस सेन्ट्रल स्टोर से मंगवाया जाय एवं सभी आटो एनालाईजर मशीन एवं उससे संबंधित सी.जी.एम.सी. से प्राप्त टेस्ट रिएजेन्ट एवं टेस्ट करने की विभागीय प्रशिक्षण दिया जावे एवं जबरिया भेजे गए उपकरणों एवं रिएजेन्ट रख रखाव न होने के कारण खराब होने की स्थिति में है, इसके कारण किसी भी कर्मचारी एवं चिकित्सकों पर कोई कार्यवाही ना की जावें। इस संबंध में पूर्व में भी पत्राचार के माध्यम से अवगत कराते हुए समुचित कार्यवाही की मांग की गई थी।