संविदा पर शासकीय चिकित्सा सेवा में कार्यरत मेल नर्स संवर्ग ने यह रेखांकित किया है, कि वे ह्रदय रोग जैसे गंभीर उपचार में अपनी सेवाएँ देने के वावजूद भी मासिक वेतन पा रहे हैं मात्र रुपये २०,९००l इनका शासकीय सेवाओं में वर्ग होता है क्लास-३l तुलनात्मक दृष्टिकोण से यदि देखा जाय तो क्लास ४ के कर्मचारी जो वार्ड बॉय, स्वीपर, भृत्य होते हैं, उन्हें नियमितीकरण उपरान्त मासिक वेतन कटौतियों बाद प्राप्त होती है, रुपये ३५,००००l छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के संविदा कर्मचारी प्रकोष्ठ के पदाधिकारी श्री दुष्यंत जंघेल, जो एक मेल नर्स होकर संविदा में डॉ भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय के Cardio Thoracic & Vascular Surgery इकाई में कार्यरत हैं, ने उपरोक्त जानकारी दी है l उनके कथनों का समर्थन करते हुए उनके सतीर्थ श्री राजेंद्र कुमार साहू ने आगे कहा की वे ४-वर्ष बी एस सी नर्सिंग पाठ्यक्रम उत्तीर्ण किये हैं, और पिछले पांच साल से संविदा पर ही कार्यरत हैंl उनके मानदेय में आज तक कोई वृद्धि नहीं की गयी हैl वे ओपन हार्ट सर्जरी में भी चिकित्सकों को मरीज के लिए जीवनदायिनी सहयोग प्रदान करते हैंl यदि शिक्षित-प्रशिक्षित और कार्य दक्ष चिकित्सा कर्मियों की ऐसी दशा होगी तो क्या यह शिक्षा का सम्मान है? क्या विद्यालयीन छात्र-छात्राएं चिकित्सा सेवाओं के प्रति आकृष्ट होंगे ?
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