छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ की २४-सूत्रीय मांगों में एक यह भी है की समस्त दैनिक वेतन भोगी, संविदा, अनियमित, जीवनदीप समिति, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारियों को नियमित किया जाय l
संघ के अध्यक्ष श्री आलोक मिश्रा ने जानकारी दी कि स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत ऐसे कर्मचारियों की वर्त्तमान संख्या २५ से ३०,००० है l ज्ञात हो की संघ समस्त प्रकार के स्वास्थ्य कर्मचारियों की हितसाधक है और अपने भीतर वाहन चालकों का प्रकोष्ठ भी बनाये हुए है l
उक्त प्रकोष्ठ के प्रांतीय सचिव श्री सुभाष सहारे एवं श्री मिश्रा ने संयुक्त रूप से यह रेखांकित किये कि जिला स्तर पर जीवनदीप समिति के अध्यक्ष सम्बंधित जिला कलेक्टर तथा ब्लाक स्तर पर एस डी एम होते हैl जीवनदीप समिति के अधीनस्थ अनियमित कर्मचारियों की संख्या ५ हजार है, जिन्हें मासिक ४ से ५ हजार रुपये ही मिल रहें हैं जबकि इन्हें कलेक्टर रेट के अनुसार पारिश्रमिक देना है, जो ८ से १० हजार रूपए होते हैl
पदाधिकारी द्वय ने ‘स्वास्थ्य सन्देश’ को यह रेखांकित कर बताया की वर्तमान वर्ष चुनावी वर्ष है, और संघ के उक्त नियमितीकरण की मांग को संतुष्ट करने का आश्वासन वर्त्तमान शासक दल सत्तासीन होने के पूर्व कर चुकी थीl
संघ ने आगे जानकारी दी की उक्त अनियमित कर्मचारियों की उक्त दशा राज्य बनने के पहले भी थी और आज भी यह मुद्दा एक विरामहीन संघर्ष की व्यथा कथा हैl