वर्त्तमान की रफ़्तारपूर्ण जीवन शैली को लम्बे समय तक चलाये रखने के लिए सुस्वास्थ्य होना परमावश्यक है, किन्तु इसके लिए अत्यंत जरूरी है की हम स्वास्थय से सम्बन्धित छोटी-छोटी चिकित्सकीय सलाहों को अपने नित्य जीवन में गंभीरता से पालन करें l इन सलाहों में एक है ठीक तरीके से हाथ धोना और वह भी शौच के बाद और भोजन से पहले l केवल सतही तरीके से हाथ धोने से स्वास्थ्य रक्षा नहीं हो सकती l कलाई से लेकर हथेली के उपरी तथा भीतरी हिस्से, उँगलियों के बिच के हिस्से, उँगलियों के बाहरी तथा अंदरूनी हिस्से पर अच्छी तरह साबुन लगा कर कम से कम पांच मिनटों तक रगड़-रगड़ कर हाथ धोना चाहिएl यदि सम्भव हों तो किसी व्यक्ति से हाथ मिलाने के बाद भी हाथ धोएं l अनेक प्रकारों की बिमारियों के कीटाणु तथा संक्रमण हाथों से होकर ही शारीर में प्रवेश करते है l हाल ही में वैश्विक कोरोना संकट के दौरान न केवल हाथ धोने बल्कि हैण्ड सनितिज़ेर या हैण्ड वाश के महत्व को भी रेखांकित किया गया, इसे यदि नित्य जीवन में उतरा जाय तो स्वस्थ्य रहकर शासन के रोगी-भार में शामिल होने से बचा जा सकता है l खेद का विषय यह है की आज भी कई लोग इस महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सलाह को नहीं मान रहें है l समय-समय पर कई नारों में एक नारा होना चाहिए , ‘अपनी गलती से रोगी नहीं बनेंगे l सरकार , परिवार पर बोझ नहीं बनेंगे l
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