छत्तीसगढ़ राज्य के सबसे बड़े सरकारी हॉस्पिटल मेकाहारा मे आये दिन शासन के प्रमुखों दुवारा दौरा कर चिकित्सको के समय पर उपस्थिति के संबंध मे नाराज़गी व्यक्त कर चुके है, ताकि दूर दराज ग्रामीण क्षेत्र के मरीजो को समय पर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया हो सके, लेकिन मेकाहारा के प्रोफेसर, चिकित्सक अपने निजी नर्सिंग होम मे ज्यादा से ज्यादा समय दे रहे है, मेकाहारा मे छाती रोग से संबंधित मरीज भटकते रहते है, मेकाहारा को जूनियर चिकित्सको के भरोसे छोड़ दिये है, यहाँ तक की सीनियर चिकित्सक डीपार्टमेंट मे बैठते ही नही है, जबकि यही सीनियर डॉक्टर अपने निजी नर्सिंग होम मे ईमानदारी से मरीजो का सुबह शाम राउंड ले रहे है,
प्रशन यही उठता है की शासन की मोटी रकम वेतन के रूप मे लेकर शासन के कार्य मे कोताही बरत रहे है, ये चिकित्सक् करोडो रुपये का निजी नर्सिंग होम खोल रहे है जिसकी इन्कम की जाँच करना शासन के हित मे होगा एवम यैसे चिकित्सको के ऊपर कड़ी कार्यवाहि अति आवश्यक है जिससे छत्तीसगढ़ के जनता को शासन के मंशा अनुरूप स्वास्थ्य सेवा मिल सके
संघ द्वारा इसकी शिकायत शासन स्तर पर करके माँग किया है की येसे चिकित्सक के उपर कड़ी अनुशासनात्मक कार्यवाही किया जावे