छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ द्वारा आज आयुक्त चिकित्सा शिक्षा श्री जनक प्रसाद पाठक को ज्ञापन देकर जिसमें डीकेएस की विभिन्न समस्याओं के निराकरण के लिए दिए गए विभिन्न ज्ञापनों की प्रति को देकर अवगत कराया है कि डीकेएस अस्पताल में नियम विरुद्ध उप अधीक्षक के पद पर पदस्थ किये गए बिना MBBS डिग्रीधारी उप अधीक्षक (संविदा) डॉ. हेमंत शर्मा को हटाकर शासन आदेशानुसार वरिष्ठ स्नात्तकोत्तर चिकित्सक को उप अधीक्षक प्रभार देने, दैनिक वेतन भोगियों को शासन आदेशानुसार श्रम सम्मान राशी रु 4000/- का भुगतान अगस्त 2023 से प्रतिमाह देने, डीकेएस के अनियमित कर्मचारियों को उनकी सेवा का अनुभव प्रमाण पत्र देने, वीडियो रील बना लेने पर सेवा से बर्खास्त कर दी गयी

दैनिक वेतन भोगी 3 स्टाफ नर्स को सेवा में वापस लेने, संविदा में विज्ञापन करके दैनिक वेतन पर रखे गए डीकेएस के स्टाफ को संविदा में रखने की मांग की गयी थी l इन मांगों के सम्बन्ध में अनेकों बार ज्ञापन देने पर कोई कार्यवाही आज दिनांक तक नहीं होने के कारण कारण छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ डीकेएस अस्पताल में किसी भी समय आन्दोलन के लिए बाध्य होगा तथा शीघ्र विचार ना होने पर पुरे प्रदेश की समस्त स्वास्थ्य सेवाएं ठप्प कर दी जाएगी l प्रांताध्यक्ष आलोक मिश्र ने बताया कि बंद ओटी तथा जहाँ सफाई होने वाली हो उस ओटी में रील बनाने वाली स्टाफ नर्स को बिना सुनवाई का मौका दिए तथा डीकेएस की सीनियर नर्सेस पर दबाव डालकर उन नर्सों के खिलाफ शिकायत लिखवाकर उन्हें नौकरी से निकाल देने की एक पक्षीय कार्यवाही की संघ निंदा करता है l

अस्पताल के संविदा उप अधीक्षक हेमंत शर्मा द्वारा स्टाफ नर्सेस की उक्त वीडियो को सभी पत्रकारों को भेजने और मीडिया में वायरल करने पर उनके खिलाफ अनुशासन हीनता की कार्यवाही होना चाहिए क्यूंकि उनके द्वारा अस्पताल प्रशासन की छवि को खुद धूमिल किया गया है यह घोर अनुशासनहीनता है l शासन में कई दागी / भृष्टाचारी अधिकारी उच्च पदों पर विराजमान हैं जिनके विरुद्ध आज दिनांक तक कार्यवाही नहीं की गयी है किन्तु अति उत्साह में अस्पताल में वीडियो बना लेने पर नर्सेस को बर्खास्त करना सरासर ज्यादती है संघ इसकी भारी निंदा करता है जबकि अस्पताल द्वारा कई ऑपरेशन का वीडियो बनाया जाता है l कोई वीडियो बनाने से फोटो लेने से इन्फेक्शन नहीं होता है, वैसे भी वे नर्सेस अस्पताल की स्टाफ हैं बाहर के नहीं है, फोटो लेते समय कोई मरीज भी नहीं था किन्तु बात को अधिक बढ़ाया गया है अब यदि इतनी छोटी सी बात पर बर्खास्तगी को बहाल नहीं करने से स्वास्थ्य सेवाओं पर बुरा असर आने पर संघ की जवाबदारी नहीं होगी l जबकि अस्पताल में ओटी में आजकल संगीत की सुविधा भी दीजाती है तो अपने ड्यूटी से ऑफ होने पर तनाव मुक्त होने के लिए इन युवतियों द्वारा थोड़े से डांस करके वीडियो बनाया जाना बहुत बड़ा अपराध नहीं है क्योंकि वीडियो और ईएल बनाना खासकर युवाओं में प्रचलन में है l
संघ द्वारा आन्दोलन के लिए बाध्य हो जाने तथा आन्दोलन में किसि भी समय जाने की सुचना मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव, संचालक स्वास्थ्य सेवाएं, संचालक चिकित्सा शिक्षा को दे दी गयी है l
