देश भर में 2047 तक सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन के लक्ष्य को लेकर भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन अभियान की शुरुआत मध्यप्रदेश के शहडोल जिले से की गई। इस अभियान को पूरे देश के साथ साथ जिला बलौदाबाजार-भाटापारा के समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और हेल्थ एवं वैलनेस केंद्रों पर जन प्रतिनिधियों, मितानिन,आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, मरीजों, ग्रामीण जनों एवं चिकित्सा कर्मियों ने ऑनलाइन के माध्यम से जुड़ कर अपनी सहभागिता दिखाई।

इस मौके पर बलौदाबाजार जिला मुख्यालय में जिला पंचायत अध्यक्ष श्री राकेश वर्मा एवं मंडी अध्यक्ष श्री तुलसी वर्मा द्वारा टोकन स्वरूप हितग्राहियों को सिकलसेल गोल्डन कार्ड का वितरण कर विधिवत कार्यक्रम की शुरुआत जिले में की गई। इस दौरान पूरे जिले में जिला अस्पताल सहित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं वैलनेस केंद्रों पर सिकलसेल जांच शिविर का भी आयोजन किया गया। इसके साथ ही साथ सिकलसेल के संबंध में लोगों को जानकारी देकर जन जागरूकता का प्रचार-प्रसार भी किया गया।

sickle cell

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एम पी महिस्वर ने बताया कि सिकल सेल एक आनुवांशिक रोग है जो माता पिता से बच्चों में हस्तांतरित होता है। इस रोग में व्यक्ति को सुस्ती थकान, शरीर ,छाती में दर्द, कमजोरी ,खून की कमी, जैसी जैसे लक्षण दिखाई पड़ते हैं। यह स्थिति पूरे जीवन काल में बनी रहती है। क्योंकि यह रोग अनुवांशिक है अतः इसकी रोकथाम के लिए विवाह से पूर्व इसकी जांच और जानकारी रखना बहुत जरूरी है, और इस अभियान में इसी को ध्यान में रखते हुए सिकल सेल गोल्डन कार्ड मरीज के लिए बनाया जा रहा है। इस गोल्डन कार्ड में मरीज की जानकारी के साथ-साथ यह भी उल्लेखित है कि मरीज को किस प्रकार के व्यक्ति से विवाह करना चाहिए।

इस अभियान के तहत 0 से 40 वर्ष तक के सभी व्यक्तियों का सिकलसेल जांच मिशन मोड के तहत किया जाना है। सिकल सेल गोल्डन कार्ड वितरण के अवसर पर सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार अवस्थी,नोडल अधिकारी सिकल सेल डॉ अशोक कुमार वर्मा,जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्रीमती अनुपमा तिवारी, डॉ अविनाश केसरवानी सहित चिकित्सा स्टाफ भी उपस्थित रहे।

———————-

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *