चिकित्सा को मरीज के आरोग्य तथा संस्थान, शासन की सुदीर्घ सुनाम में रूपांतरित करने में केवल चिकत्सक, नर्स ही नहीं, बल्कि मेडिकल लैब टेक्नीशियन भी अहम भूमिका निभाते हैं।
प्रदेश शासन के समस्त चिकित्सा महाविद्यालयों के विभिन्न विभागों में, जैसे पैथोलॉजी, ब्लड बैंक इत्यादि व सारे जिला चिकित्सालय, सामुदायिक तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं आयुर्वेद में नियमित व संविदा आधार में लगभग दो से तीन हज़ार मेडिकल लैब टेक्नीशियन निरंतर निरवता से अपना दायित्व निभा रहे हैं।

छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के मेडिकल लैब टेक्नीशियन प्रकोष्ठ के प्रांतीय संयोजक विकास यादव ने टेक्नीशियन की व्यथा कथा को संक्षेप में बताया कि केंद्र शासन के संस्थानों में कार्यरत टेक्नीशियन को ४२०० ग्रेड पे मिल रहा है, वहीं छत्तीसगढ़ शासन की संस्थानो में यह वर्तमान में २८०० है।
आगे श्री यादव जी ने बताया कि केंद्र शासन के नियमों में प्रमोशन चैनल है तथा पदोन्नत टेक्नीशियन को ५४०० ग्रेड पे मिलता है। प्रमोशन चैनल होने से अनुभवी टेक्नीशियन उत्साहित होकर कार्य करते है और लैब रिपोर्टिंग बेहेतर होती है। छत्तीसगढ़ शासन के वर्तमान नियम में प्रमोशन चैनल नहीं है।